बिना अनुमति में गाढ़ दिए बिजली के खंभे
अगस्त 19, 2018ramkishorkushwah"बिना अनुमति में गाढ़ दिए बिजली के खंभे ।
विद्युत विभाग की मनमानी से इन दिनों एक किसान को विभागों के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। दरअसल, विद्युत विभाग ने किसान से बिना अनुमति लिए उसकी खेती की जमीन पर बिजली के खंभे गाड़ दिए गए। इससे किसान खेती का कार्य नहीं कर पा रहा है। खंभों को हटाने के लिए किसान द्वारा तहसील दिवस पर शिकायती आवेदन पत्र उपजिलाधिकारी को दिए जाने के बाद भी अब तक खंभों को नहीं हटाया गया है और न ही मुआवजा दिया गया है।
इटावा के चकरनगर तहसील के अंतर्गत ग्राम बिण्डवा खुर्द गांव के हार में विद्युत वितरण कंपनी के सहसों वितरण उपकेन्द्र अंतर्गत वरकुली से बिण्डवा खुर्द के लिए नई विद्युत लाइन लगाई गयी है जिसमें लखैरा़वाली के पास
कृषक राम अवतार सिंह पिता स्व: मोहन सिंह की ड़ेढ एकड़ जमीन पर विद्युत विभाग ने बगैर अनुमति के विभाग द्वारा हाईटेंशन बिजली सप्लाई के लिए 2 बड़े खंभे गाढ़ दिए हैं जबकि 1 खंभा पहले से ही गढ़ा हुआ थ । दरअसल, पिछले : माह राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत यह कार्य विभागीय अधिकारियों के निर्देशन में किया गया है। जब विद्युत मंडल यहां खंभे लगाने का कार्य कर रहा था उस दौरान कृषक राम अवतार पिता स्वः मोहन सिंह कहीं भ्रमण पर चले गए थे जब वापस गाँव पधारे तो अपनी जमीन पर हाईटेंशन का खंभा लगा देख उसके होश फाख्ता हो गए। कृषक ने अवैध रूप से लगाए गए हाईटेंशन खंभा और विद्युत खंभे को हटवाने की मांग पहले स्थानीय स्तर पर की। इसके बाद उसने विभाग के उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने सीएम हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत की।
जांच के नाम पर खानापूर्ति
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत किए जाने के बाद मामले की जांच तो की गई, लेकिन इस जांच में भी खानापूर्ति कर दी गई। दरअसल, इस मामले की जांच एक कनिष्ठ अभियंता ने की थी। जांच के दौरान विभाग द्वारा कृषक राम अवतार सिंह को एक तुगलकी फरमान भी जारी कर दिया गया था। इसमें उसकी जमीन पर लगे हाईटेंशन बिजली के खंभों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
नहीं लगाई फसल
कृषक रामअवतार सिंह के मुताबिक खेत से बिजली की सप्लाई होने के कारण उन्होंने इस वर्ष खरीफ की फसल नहीं लगाई और उसे काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत किए जाने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी निजी भूमि पर विद्युत खंभे लगाने के बाद विभाग द्वारा न तो मुआवजा दे रहा है और न विद्युत खंभा हटा रहा है।

