बकरियों में फैली बीमारी, दर्जनों बकरियों की मौत
कबीर किरण न्यूज ब्यूरो /इटावा Updated Thursday , 09 Aug 2018 11:01 AM IST
इटावा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सेवा का बुरा हाल है। टीकाकरण न होने के कारण इलाके की बकरियों में पीपीआर नामक महामारी जैसी बीमारी फैलती जा रही है। खास बात यह है कि सूचना के बाद भी विभागीय अधिकारी व चिकित्सक कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस बीमारी के चलते तमाम बकरी पालकों की बकरियां असमय काल के गाल में समा चुकी हैं।
करीब 50 हजार से अधिक आबादी वाले चकरनगर क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आर्थिक रूप से कमजोर तमाम लोग बकरी पालन का कार्य करते हैं। ग्राम बिण्डवा खुर्द निवासी शिवनारायण कुशवाह ने बताया कि पिछले 20 दिनों से उनकी बकरियां एक-एक कर बीमारी से मरती जा रही हैं। इसकी सूचना पशु चिकित्सक डा. शैलेंद्र सिंह चौहान को दी जाती चुकी है। इस पर एक बार वह स्वयं तथा एक बार वहां तैनात एक अन्य कर्मचारी ने गांव पहुंच बाजार से दवा मंगवाकर टीकाकरण भी किया, लेकिन अभी तक बकरियों के मरने का क्रम थमा नहीं है। उन्होंने बताया कि बुधवार को उनकी दो और बकरी बीमार हो गई। सूचना के दो दिन बाद भी कोई चिकित्सक गांव उपचार को नहीं पहुंचा। इसके चलते एक बकरी की गुरुवार को मौत हो गई। उन्होंने बताया कि अब तक दो बकरी के बच्चे व चार बकरियां मर चुकी हैं। कुशवाह ने बताया कि पशु चिकित्सालय चकरनगर पर तैनात एक स्टाफ का कहना था कि बकरियों में इन दिनों पीपीआर बीमारी फैली हुई है जो महामारी जैसी होती है। चिकित्सक का कहना है कि जिला मुख्यालय से इस बीमारी की रोकथाम के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले टीके पिछले कई माह से नहीं मिले हैं। जिसके चलते पशुओं को नहीं लगाया जा सका है। शिवनारायण का आरोप है कि सूचना के बाद भी चिकित्सक बकरियों का पोस्टमार्टम करने नहीं आते हैं। उन्होंने इसकी शिकायत डीएम को भी एसएमएस भेज कर की है। पशु चिकित्सा अधिकारी का कहना
क्षेत्र में बकरियों में फैली बीमारी की जानकारी मिली है। जल्द ही वहां टीकाकरण की औषधि भेज बकरियों में टीकाकरण कराया जाएगा। पशु चिकित्सालय पर तैनात चिकित्सक अगर वहां नियमित नहीं रहते हैं तो उसकी भी जांच करा कार्रवाई की जाएगी।
